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indian farming
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Friday 17 June 2016
Chilli(मिृचा) Farming....
Mirch ki Kheti ko Kaise Kare – मिर्च
की खेती
Agar aap Mirchi ki adhunik kheti karne
ki soch rahe hai to ise jarur padhe.
Kaise kisan bhai Chilli ka business kar
ke lakho kama rahe hain. मिर्च की
खेती कोई भी आम इंसान और किसान
भी कर सकता है क्योंकि इस खेती में बहुत
ही कम खर्च में अच्छी आमदनी होती है।
बाज़ार में मिर्च की अच्छी कीमत पाई
जाती है। आज के date में local market में
मिर्च का दाम लगभग Rs 80 से 100 –
kgचल रहा है | Vitamin-A और vitamin-B
से भरपूर, मिर्च की खेती अगर वैज्ञानिक
तकनीको से की जाये तो किसानो को
अच्छे फसल की प्राप्ति होती है। तो
आइये जानते है कैसे करे मिर्च की खेती
जिससे हमें अच्छे फसल की प्राप्ति हो |
मिर्ची की खेती की जानकारी /
How to start Chilli Farming Business
आज के दौर में धीरे धीरे लोग खेती की
तरफ लौट रहे हैं और यकीन मानिये
मिर्ची की खेती एक ऐसा व्यापार है
जो कम समय में काफी दिनों तक अच्छा
मुनाफा दे सकता है | To agar aap Chilli
farming ka business start karna
chahate hai to vaigyanik tarike se
apna kar accha khasa profit bana
sakte hai | Mirchi ki kheti aur business
karne ke liye niche diye gaye tips ko
apnakar accha munafa kamaya jaa
sakta hai. Agar aapke pass thodi se
bhi jamin ho (1 acer) to aap mirch ka
business kar ke aasani se 2 se 3 lakh
kama sakte hain. Iske saath saath aap
payaj ki bhi kheti ya bhindi ki bhi kheti
kar sakte hain.
भूमि की तैयारी
खेती शुरू करने से पहले भूमि की
inspection कर लेना अती आवश्यक है।
मिर्च की खेती दोमट मिट्टी वाली
भूमि पर करने से किसानो को खेती में
सफलता मिलती है। ट्रेक्टर द्वारा भूमि
की जुताई कर के उसे भुरभुरा कर लेना
चाहिए। ऐसा करने से सरे खरपतवार साफ़
हो जाते है और फसल भी ज्यादा होती
है। जब खेती के लिए भूमि की तैयारी कर
रहें हो तभी सरे आवश्यक खाद का
छिड़काव कर देना चाहिए ।
जलवायु
मिर्च को किसी भी मौसम में उगा सकते
है। लेकिन ज्यादातर मिर्च की खेती
सर्दी के मौसम में करने से अधिक लाभ
होता है। इसे उगाने के लिए कम तापमान
की आवश्कता होती है। अतः मिर्च को
शाम में लगभग 4 बजे के बाद रोपना
चाहिए जब धुप कम हो जाये। धुप में मिर्च
के पौधे को रोपने से पौधा मुड़झा जाता
है।
खाद
कृषि वैज्ञानिक के अनुसार मिर्च की
अच्छी उत्पादन के लिए कम से कम 250 से
300 क्विंटल सड़ी हुई गोबर का खाद,
70kg नत्रजन(nitrogen), 30kg फास्फोरस
(phasphoras) और 50kg पोटाश
(potash) प्रति हेक्टेयर की दर से भूमि में
मिला देना चाहिए । इसके अलावा
nitrogen की आधी और potash की पूरी
मात्रा रोपन की अंतिम तैयारी के समय
देना चाहिए। उसके बाद आधी बची हुई
nitrogen को 30 से 40 दिन के बाद देना
चाहिए। संकर बिज के लिए nitrogen
100kg, फास्फोरस 60kg और potash
80kg प्रति हेक्टयेर के दर से दिया जाना
उचित होता है।
पौधे का रोपन
मिर्च के पौधे को गढ्ढे में इस प्रकार रोपें
जिससे पौधे का आखरी पत्ता ज़मीन में
सटे। मिर्च के पौधे रोपने समय दो पौधे
की बिच की दूरी कम से कम 40 से 60 cm
होनी चाहिए। पौधा रोपने के 15 से 20
मिनट बाद लोटे से पौधे में पानी पटाए।
उसके बाद लगातार 3 से 4 दिन तक
दोनों time सुबह और शाम को पानी
पटाए ।
पौधे की सिचाई
मिर्च की सफल खेती के लिए और अच्छे
फसल के उत्पादन के लिए किसानो को
सिचाई को ले कर सतर्क रहना चाहिए।
मिर्च की खेती में पानी के बहाव का
आने और जाने की क्रिया बराबर बनी
रहनी चाहिए । मिर्च के फुल और फल लगने
के समय भूमि में नमी का होना अत्यंत
जरुरी है क्योंकि पानी के कमी से पौधे
का विकाश रुक सकता है। इसकी वजह से
फल की गिरने की संभावना बढ़ जाती है
।
किट पतंग से बचाओ
मिर्च के पौधो में लगने वाले किटों की
वजह से पत्तियां एक जगह हो कर छोटी
हो जाती है और एक ओर मुड़ जाती है
जिससे पौधे का विकाश रुक जाता है ।
किट लग जाने की वजह से पौधे में फुल
बहुत हीं कम निकलते है साथ हीं फल की
संख्या भी कम हो जाती है ।
कुछ किट ऐसे होते है जिसके लग जाने से
पौधे ऊपर से निचे की ओर सूखने लगते है।
पौधे में किट लग जाने से लगभग 35% उपज
कम हो जाती है। अतः किटों से
प्रभावित पौधों को जड़ से उखाड़ कर
फेक देना चाहिए ।
सबसे अच्छी बात यह है की एक मिर्ची
का पौधा लगभग 1 से 2 साल तक
लगातार मिर्च देते रहता है और अगर अच्छे
से पौधे का ख्याल रखा जाये तो कई
बार 2 से 30 महीनो तक आपको मिर्च
देता रहेगा | Yahi karan hai ki kai sare
kisan bhai mirch ki kheti ke business
mein lage hue hain.
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